आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "deewan e joshish ebooks"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "deewan e joshish ebooks"
ग़ज़ल
मिस्रा-ए-'सर्वत' ने 'जोशिश' मस्त ओ दीवाना किया
दश्त-दर-दश्त बेशा बेशा शीशा शीशा है शराब
जोशिश अज़ीमाबादी
ग़ज़ल
सुब्ह-दम कैसे मिले महफ़िल में परवाने की ख़ाक
सुर्मा-ए-चश्म-ए-वफ़ा केशाँ है दीवाने की ख़ाक
पाशा रहमान
ग़ज़ल
हिज्र का ग़म भी नहीं वस्ल की पर्वा भी नहीं
दिल भी पहलू में नहीं दिल की तमन्ना भी नहीं
मानी जायसी
ग़ज़ल
तुझे भी हुस्न-ए-मुत्लक़ का अभी दीदार हो जाए
मिरे महबूब के जो रू-ब-रू इक बार हो जाए
अहया भोजपुरी
ग़ज़ल
बादा-ए-वहशत-असर से मस्त वीराने में था
एक आलम बे-ख़ुदी का तेरे दीवाने में था
प्यारे लाल रौनक़ देहलवी
ग़ज़ल
जनाज़ा धूम से उस आशिक़-ए-जाँ-बाज़ का निकले
तमाशे को अजब क्या वो बुत-ए-दम-बाज़ आ निकले