आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "degii..."
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "degii..."
ग़ज़ल
ये वक़्त आने पे अपनी औलाद अपने अज्दाद बेच देगी
जो फ़ौज दुश्मन को अपना सालार गिरवी रख कर पलट रही है
तहज़ीब हाफ़ी
ग़ज़ल
मोहब्बत इक न इक दिन ये हुनर तुम को सिखा देगी
बग़ावत पर उतरना और ख़ुद-मुख़्तार हो जाना
मुनव्वर राना
ग़ज़ल
मेरे बा'द वफ़ा का धोका और किसी से मत करना
गाली देगी दुनिया तुझ को सर मेरा झुक जाएगा
क़तील शिफ़ाई
ग़ज़ल
अभी क्या है किसी दिन ख़ूँ रुला देगी ये ख़ामोशी
ज़बान-ए-हाल की जादू-बयानी देखते जाओ