आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ehtimaam-e-majlis-e-aadaab"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "ehtimaam-e-majlis-e-aadaab"
ग़ज़ल
कोई मिलता ही नहीं वाक़िफ़-ए-आदाब-ए-जुनूँ
अब तो बस्ती ही अलग अपनी बसा ली जाए
शान-ए-हैदर बेबाक अमरोहवी
ग़ज़ल
तुम्हारी आस पर किस किस तरह दिल को न समझाया
मगर ये एहतिमाम-ए-ख़ुद-फ़रेबी मेहरबाँ कब तक
आले रज़ा रज़ा
ग़ज़ल
दिल-ओ-दिलबर सही अब ख़्वाब से बेदार हैं दोनों
शरीक-ए-मज्लिस-ए-आराइश-ए-गुफ़्तार हैं दोनों
नुशूर वाहिदी
ग़ज़ल
जोश था हंगामा था महफ़िल में तेरी क्या न था
इक फ़क़त आदाब-ए-महफ़िल की निगह-दारी न थी