आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "faateh-e-lakhknau"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "faateh-e-lakhknau"
ग़ज़ल
वो अदा-ए-दिलबरी हो कि नवा-ए-आशिक़ाना
जो दिलों को फ़त्ह कर ले वही फ़ातेह-ए-ज़माना
जिगर मुरादाबादी
ग़ज़ल
ये दौड़ भी अजीब सी है फ़ैसला अजीब-तर
की फ़ातेह-ए-हयात वो जो गिर के फिर सँभल गया
अंबरीन हसीब अंबर
ग़ज़ल
उसी को फ़ातेह-ए-मंज़िल का मिल गया ए'ज़ाज़
जो संग-ए-मील की सूरत कभी चला भी नहीं
होश नोमानी रामपुरी
ग़ज़ल
वही है फ़ातेह-ए-आ’ज़म जहान-ए-दिल का 'सहर'
बिसात-ए-शौक़ पे बाज़ी जो दिल की हार चले