आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "faizul amin faiz"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "faizul amin faiz"
ग़ज़ल
'फ़ैज़' ये मुझ को यक़ीं है साज़िशों के बावजूद
फूलती फलती रहेगी उर्दू हिन्दोस्तान में
फैज़ुल अमीन फ़ैज़
ग़ज़ल
हँसा था दो-घड़ी बरसों मगर आँसू बहाया था
मैं जब छोटा था इक लड़की से मैं ने दिल लगाया था
फैज़ुल अमीन फ़ैज़
ग़ज़ल
किसी से भी नहीं हम सब्र की तल्क़ीन लेते हैं
हमें मिलती नहीं जो चीज़ उस को छीन लेते हैं
फैज़ुल अमीन फ़ैज़
ग़ज़ल
शिकस्ता नाव ले कर 'फ़ैज़' निकले हो समुंदर में
तुम्हारा डूब जाना है मुक़द्दर लोग कहते हैं
फैज़ुल अमीन फ़ैज़
ग़ज़ल
'फ़ैज़' क्या क्या दिल अमीं-गाह-ए-तसव्वुर न हुआ
मैं ने जब पहलू-ए-महताब में तारा देखा
फ़ैज़ झंझानवी
ग़ज़ल
ग़ज़ल के साज़ हैं फ़ैज़-उल-हसन-'ख़याल' जहाँ
वहाँ पे आह ब-लब भी हैं महव-ए-यास भी हैं
फ़ैज़ुल हसन ख़्याल
ग़ज़ल
रत्ब-उल-लिसाँ है मौज तो गौहर है तर वहाँ
दरिया मुहीत है तिरे फ़ैज़-ए-अमीम का
मोहम्मद ज़करिय्या ख़ान
ग़ज़ल
बर्बादी-ए-दिल जब्र नहीं 'फ़ैज़' किसी का
वो दुश्मन-ए-जाँ है तो भुला क्यों नहीं देते