आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ikai bashir badr ebooks"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "ikai bashir badr ebooks"
ग़ज़ल
संग-ए-दर बन कर भी क्या हसरत मिरे दिल में नहीं
तेरे क़दमों में हूँ लेकिन तेरी महफ़िल में नहीं
अहसन मारहरवी
ग़ज़ल
दिया है दर्द जो तू ने तो फिर दवा भी तो दे
अब इस ख़राबे में जीने का हौसला भी तो दे
सय्यद अहमद सहर
ग़ज़ल
सुनहरा ही सुनहरा वादा-ए-फ़र्दा रहा होगा
क़यास-आराई का बे-साख़्ता लम्हा रहा होगा
सुबोध लाल साक़ी
ग़ज़ल
इलाही महशर में बहर-ए-पुर्सिश जब एक दरबार आम होगा
मिरी बग़ल में सुराही होगी ज़बान पर तेरा नाम होगा
ऐमन अमृतसरी
ग़ज़ल
टुक इक ऐ नसीम सँभाल ले कि बहार मस्त-ए-शराब है
वो जो हुस्न-ए-आलम-ए-नश्शा है उसे अब की ऐन-शबाब है