आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "juuto.n"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "juuto.n"
ग़ज़ल
आसाँ रस्तों में ऐसे भी जान के लाले पड़ जाते हैं
चलते चलते अपने जूतों से भी छाले पड़ जाते हैं
मुकेश आलम
ग़ज़ल
यहाँ झूटों का मेला है जो बोले सच अकेला है
यक़ीं गर है नहीं देखो ज़रा अख़बार की दुनिया
साबिर उस्मानी
ग़ज़ल
ख़ुदा जाने ये कैसी मस्लहत की क़ैद है यारो
कि झूटों की हिमायत में भी सच्चे बोल पड़ते हैं