आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "kisraa"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "kisraa"
ग़ज़ल
न ईराँ में रहे बाक़ी न तूराँ में रहे बाक़ी
वो बंदे फ़क़्र था जिन का हलाक-ए-क़ैसर-ओ-किसरा
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
कुछ 'अमल का ज़िक्र कर कुछ बात कर किरदार की
क़ैसर-ओ-किसरा का अब तो ख़्वाब बुनना छोड़ दे
सलीम सिद्दीक़ी
ग़ज़ल
दर-ए-हैदर पे 'क़ैसर' सर झुका किसरा का क़ैसर का
गदा-ए-कू-ए-हैदर हुस्न-ए-मुस्तक़बिल भी देखेंगे
क़ैसर हैदरी देहलवी
ग़ज़ल
इस ‘अक़ीदे ने लिया क़ैसर-ओ-किसरा से ख़िराज
मौत का वक़्त अज़ल से है मुक़र्रर देखो
बद्र-ए-आलम ख़ाँ आज़मी
ग़ज़ल
वो जिस की ज़द से लरज़ते थे क़ैसर-ओ-किसरा
न जाने कैसे पियादों से मात खाता है
मिर्ज़ा रफ़ीक़ शाकिर
ग़ज़ल
कहाँ तेरी हमिय्यत और ग़ैरत है वही जिस से
डरे थे क़ैसर-ओ-किसरा गिरा था ताज-ए-ख़ाक़ानी
दानिश असरी
ग़ज़ल
यही दरवेश की कुटिया है क़स्र-ए-क़ैसर-ओ-किसरा
वो अपने झोंपड़े को क़स्र-ए-सुल्तानी समझता है