आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "maqalat e sir syed part 002 sir syed ahmad khan ebooks"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "maqalat e sir syed part 002 sir syed ahmad khan ebooks"
ग़ज़ल
गिरा तो गिर के सर-ए-ख़ाक-ए-इब्तिज़ाल आया
मैं तेग़-ए-तेज़ था लेकिन मुझे ज़वाल आया
अफ़ज़ाल अहमद सय्यद
ग़ज़ल
हम क्या जानें ग़ज़लें कहना इश्क़-ए-बुताँ मन भाए नहीं
उम्र तो सारी बीत गई और इस नगरी में आए नहीं
सय्यद शमीम रजज़
ग़ज़ल
दीजिए रुख़्सत-ए-बोसा नहीं ले बैठेंगे
प्यारे ये याद रहे जान भी दे बैठेंगे
सैय्यद मोहम्मद मीर असर
ग़ज़ल
बढ़ ऐ ज़ौक़-ए-जुनूँ अब किस का डर है
इधर ये सर उधर वो संग-ए-दर है
सय्यद अनीसुद्दीन अहमद रीज़वी अमरोहवी
ग़ज़ल
जागती आँखों के सहराओं में ख़्वाबों के सराब
दूर तक बिखरे हुए पुर-ख़ार राहों में गुलाब
सय्यद मोहम्मद अहमद नक़वी
ग़ज़ल
कहूँ क्या दिल उड़ाने का तिरा कुछ ढब निराला था
वगर्ना हर तरह से अब तलक तो मैं सँभाला था