आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "meer asad ali khan"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "meer asad ali khan"
ग़ज़ल
यगाना उन का बेगाना है बेगाना यगाना है
ख़ुदाई से निराला उन बुतों का कारख़ाना है
असद अली ख़ान क़लक़
ग़ज़ल
तासीर जज़्ब मस्तों की हर हर ग़ज़ल में है
ए'जाज़ बड़ में है तो करामत ज़टल में है
असद अली ख़ान क़लक़
ग़ज़ल
नहीं चमके ये हँसने में तुम्हारे दाँत अंजुम से
निकल आई तड़प कर बर्क़ आग़ोश-ए-तबस्सुम से