आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "o.Daataa"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "o.Daataa"
ग़ज़ल
बगूले की तरह किस किस ख़ुशी से ख़ाक उड़ाता हूँ
तलाश-ए-गंज में जो सामने वीराना आता है
हैदर अली आतिश
ग़ज़ल
कोई कहता है ये रस्ता है और तेरे लिए है ये रस्ता
कोई इस में ख़ाक उड़ाता है पर जाने कौन उड़ाता है
सलीम कौसर
ग़ज़ल
दिल का है क़स्द तिरी बज़्म में अड़ कर जाऊँ
क्या ही बे-पर की उड़ाता है ये परवाना-ए-इश्क़
आग़ा हज्जू शरफ़
ग़ज़ल
गरेबाँ-चाक हूँ गाहे उड़ाता ख़ाक हूँ गाहे
लिए फिरती मुझे वहशत कभी यूँ है कभी वूँ है
बहादुर शाह ज़फ़र
ग़ज़ल
अब खुला ख़्वाब में कुछ ख़्वाब मिलाता था मैं
ख़ाक उड़ाता था मैं सय्यारों की सय्यारों पर