आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "phuulnaa"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "phuulnaa"
ग़ज़ल
देखना मग़रिब की जानिब ये शफ़क़ का फूलना
डूबते सूरज ने सोने में सुहागा कर दिया
आग़ा शाइर क़ज़लबाश
ग़ज़ल
सर तन से कट के लाया शगूफ़ा हमारा ख़ून
शाख़-ए-सिनाँ का फूलना फलना मुहाल था
पंडित दया शंकर नसीम लखनवी
ग़ज़ल
ख़िज़ाँ-दीदा शजर हूँ फूलना फलना मगर चाहूँ
मिरे हक़ में बहारों की हिमायत चाहिए कुछ और