आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "saahab-dilaan-e-hashr"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "saahab-dilaan-e-hashr"
ग़ज़ल
हल्क़ा-ए-साहब-ए-दिलाँ में तेरा 'अहक़र' नाम है
ये समझ ले चाक तेरा नामा-ए-इस्याँ हुआ
राधे शियाम रस्तोगी अहक़र
ग़ज़ल
नित जी ही जी में इश्क़ के सदमे उठाइयो
शिकवे की बात मुँह पे 'हवस' तुम न लाइयो
मिर्ज़ा मोहम्मद तक़ी हवस
ग़ज़ल
उदास नैना जो बरसते हैं सहाब की तरह
तो ग़म के फूल भी महकते हैं गुलाब की तरह
वन्दना भारद्वाज तिवारी 'वाणी'
ग़ज़ल
अब के ऐसा हश्र बपा है दिल के अंदर रोते हैं
मेरी आँखों की वुस'अत पर सात समुंदर रोते हैं
आसिफ़ बिलाल
ग़ज़ल
दिल में किसी की याद है कैफ़-ए-शबाब की तरह
ख़ून रगों में है रवाँ मौज-ए-शराब की तरह