आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "surili"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "surili"
ग़ज़ल
वो चलती है तो राहों में सुरीले साज़ बजते हैं
किसी उजली नदी के शोख़-धारों की वो बेटी है
रशीद हसरत
ग़ज़ल
दिन सा-रे-गा-मा में कटा शब पा-धा-नी-सा में कटी
निकली सुरीली एक वो कान आश्ना था एक मैं
काविश बद्री
ग़ज़ल
क्या सुरीली थी सदा-ए-हर्फ़-ए-कुन रोज़-ए-अज़ल
अब तक रग रग हमारी बे-क़रार-ए-नग़्मा है
अज़ीज़ हैदराबादी
ग़ज़ल
हम पे ही ख़त्म नहीं मस्लक-ए-शोरीदा-सरी
चाक-ए-दिल और भी हैं चाक-ए-क़बा और भी हैं