आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "suurya"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "suurya"
ग़ज़ल
नज़र आईं मुझे तक़दीर की गहराइयाँ इस में
न पूछ ऐ हम-नशीं मुझ से वो चश्म-ए-सुर्मा-सा क्या है
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
कुछ और गुमाँ दिल में न गुज़रे तिरे काफ़िर
दम इस लिए मैं सूरा-ए-यूसुफ़ नहीं करता
शेख़ इब्राहीम ज़ौक़
ग़ज़ल
ख़ीरा न कर सका मुझे जल्वा-ए-दानिश-ए-फ़रंग
सुर्मा है मेरी आँख का ख़ाक-ए-मदीना-ओ-नजफ़
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ग़ज़ल
हम ऐसे सूरमा हैं लड़ के जब हालात से पलटे
तो बढ़ के ज़िंदगी ने पेश कीं बैसाखियाँ हम को