आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "taala.ii"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "taala.ii"
ग़ज़ल
क़यामत है झमक बाज़ू के तावीज़-ए-तलाई की
हिसार-ए-हुस्न कूँ क़ाइम किया बानी है ये लड़का
नाजी शाकिर
ग़ज़ल
ख़ुश-तालई में शम्स ओ क़मर दोनों एक हैं
दिन रात का तो फ़र्क़ है पर दोनों एक हैं