आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "tiila"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "tiila"
ग़ज़ल
हुजूम-ए-शहर के सन्नाटे में गुम-सुम वो टीला सा
उसी को आते जाते बे-ज़रूरत देखते रहना
मुसव्विर सब्ज़वारी
ग़ज़ल
काले देवता मुट्ठी भर भर सूने घरों में फेंकते हैं
कोहर-ज़दा बस्ती के चौक में राख का ऊँचा टीला है
अली अकबर नातिक़
ग़ज़ल
वाँ कि आरिज़ सुर्ख़ था रंग-ए-तिला-ए-नाब से
याँ वुफ़ूर-ए-अश्क से मिज़्गाँ मिरा सीमाब था
अजय सहाब
ग़ज़ल
पीत के मीठे मधुर मनोहर बोल लिए आता है कोई
साँझ का टीला बोला खिड़की दरवाज़े चौखट जागे
परवेज़ रहमानी
ग़ज़ल
जेहद-ए-मुसलसल के मतवालो दूर धुएँ का टीला सा
कोई साया-दार शजर हो ये भी तो हो सकता है