आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "zado.n"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "zado.n"
ग़ज़ल
इन परी-ज़ादों से लेंगे ख़ुल्द में हम इंतिक़ाम
क़ुदरत-ए-हक़ से यही हूरें अगर वाँ हो गईं
मिर्ज़ा ग़ालिब
ग़ज़ल
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ग़ज़ल
जावेद अख़्तर
ग़ज़ल
साहिर लुधियानवी
ग़ज़ल
फ़लक दुश्मन हुआ गर्दिश-ज़दों को जब मिली राहत
ज़ियादा राह से खटके मुझे मंज़िल में रहते हैं
दाग़ देहलवी
ग़ज़ल
हमारे दिल में आ कर सैर देखो ख़ूब-रूयों की
कि इन्द्र का अखाड़ा है परी-ज़ादों की महफ़िल है
दाग़ देहलवी
ग़ज़ल
हुजूम-ए-जश्न में करता है ग़म-ज़दों को तलाश
मुझे जुनूँ ने अजब इम्तिहाँ में डाला है
मोहसिन भोपाली
ग़ज़ल
शिकस्त-ए-रंग-ए-रुख़ आइना-ए-बे-ताबी-ए-दिल है
ज़रा देखो तो क्यूँ कर ग़म-ज़दों का दम निकलता है
सफ़ी लखनवी
ग़ज़ल
अज़ीज़ नबील
ग़ज़ल
हम परी-ज़ादों में खेले शब-ए-अफ़्सूँ में पले
हम से भी तेरे तिलिस्मात का 'उक़्दा न खुला
मुस्तफ़ा ज़ैदी
ग़ज़ल
रसा चुग़ताई
ग़ज़ल
'ख़ार' है जल्वा-ए-अस्नाम से दिल ख़ुल्द-ए-बरीं
या परी-ज़ादों का मजमा' है परी-ख़ाने में
ख़ार देहलवी
ग़ज़ल
हज़ार क़ैद-ए-ख़िज़ाँ से छुट कर बहार का आसरा करेंगे
बहार भी हम-क़फ़स-ज़दों को न रास आई तो क्या करेंगे