आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "zirah"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "zirah"
ग़ज़ल
ख़ुदा के पाक बंदों को हुकूमत में ग़ुलामी में
ज़िरह कोई अगर महफ़ूज़ रखती है तो इस्तिग़्ना
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
सजन के नावक-ए-मिज़्गाँ के दिल में हैबत रख
किया है मैं ने ये दरिया मने ज़िरह-पोशी