आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "التجا"
नज़्म के संबंधित परिणाम "التجا"
नज़्म
तुम रूठ चुके दिल टूट चुका अब याद न आओ रहने दो
इस महफ़िल-ए-ग़म में आने की ज़हमत न उठाओ रहने दो
आमिर उस्मानी
नज़्म
अकबर इलाहाबादी
नज़्म
किसी मुनइम के चेहरे पर ख़ुशी हाजत-रवाई की
किसी नादार की नज़रों में शर्म-ए-इल्तिजा होता
जमील मज़हरी
नज़्म
मिरे शिकारियो अमान चाहता हूँ मैं
बस अब सलामती-ए-जाँ की हद तलक उड़ान चाहता हूँ मैं