आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "انا_الحق"
नज़्म के संबंधित परिणाम "انا_الحق"
नज़्म
मुझ को भी देनी है इक बार अनल-हक़ की सदा
ऐसा लगता है कि हर क़तरे में बरपा तुम हो
ज़ुबैर अहमद सानी
नज़्म
सुरूर बाराबंकवी
नज़्म
ज़ुल्फ़ की छाँव में आरिज़ की तब-ओ-ताब लिए
लब पे अफ़्सूँ लिए आँखों में मय-ए-नाब लिए