आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "بے_غرض"
नज़्म के संबंधित परिणाम "بے_غرض"
नज़्म
ये नताएज हैं तुम्हारे बे-ग़रज़ आ'माल के
तुम नहीं ज़िंदा मगर ज़िंदा तुम्हारा नाम है
मयकश अकबराबादी
नज़्म
ज़िंदगी में मरने वाले की कोई पैग़ाम है
बे-ग़रज़ बे-लौस ख़िदमत की सला-ए-आम है