आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ممنون"
नज़्म के संबंधित परिणाम "ممنون"
नज़्म
नज़र मेरी नहीं ममनून-ए-सैर-ए-अरसा-ए-हस्ती
मैं वो छोटी सी दुनिया हूँ कि आप अपनी विलायत हूँ
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
आह सीमाब-ए-परेशाँ अंजुम-ए-गर्दूं-फ़रोज़
शोख़ ये चिंगारियाँ ममनून-ए-शब है जिन का सोज़
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
नुशूर वाहिदी
नज़्म
आप को मेरा मम्नून-ए-एहसान होना चाहिए
कि में आप के लिए एक ऐसा मुजर्रब नुस्ख़ा तज्वीज़ कर रहा हूँ
शौकत आबिदी
नज़्म
तेरी जुम्बिश का नतीजा हैं ये दफ़्तर लाखों
नक़्श-ए-ख़ुश-रंग के मम्नून हैं पत्थर लाखों
मास्टर बासित बिस्वानी
नज़्म
ना-शुक्री चूहिया की देखो बे-ग़र्ज़ी चिड़िया की देखो
एहसान के बदले हो मम्नून ना-शुक्रों पर एहसान करो
नज़्म
तेरी ही मम्नून हैं शाह-ओ-गदा की महफ़िलें
हैं तुझी से पुर-ज़िया शाम-ए-अलम की मंज़िलें
साक़िब कानपुरी
नज़्म
साहिर लुधियानवी
नज़्म
'मोमिन' ओ 'अल्वी' ओ 'सहबाई' ओ 'ममनून' के ब'अद
शेर का नाम न लेगा कोई दाना हरगिज़
अल्ताफ़ हुसैन हाली
नज़्म
'मोमिन'-ओ-'अलवी'-ओ-'सहबाई'-ओ-'ममनून' के बा'द
शे'र का नाम न लेगा कोई दाना हरगिज़