आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "مویشیوں"
नज़्म के संबंधित परिणाम "مویشیوں"
नज़्म
अली अकबर नातिक़
नज़्म
दिल ओ नज़र के मोतियों की आब ढूँढता हूँ मैं
जिन्हें सहर निगल गई वो ख़्वाब ढूँढता हूँ मैं
आमिर उस्मानी
नज़्म
मिरी तख़्लीक़ की मुझ को जहाँ की पासबानी दी
समुंदर मोतियों मूँगों से कानें लाल-ओ-गौहर से
अख़्तरुल ईमान
नज़्म
तहज़ीब हाफ़ी
नज़्म
शहपर-ए-बुलबुल पे खींची जाए तस्वीर-ए-शिग़ाल!
मोतियों पर सब्त हो तूफ़ान की मोहर-ए-जलाल
जोश मलीहाबादी
नज़्म
उफ़ उन भीगी भीगी आँखों में दिल के अरमान
मोतियों जैसे दाँतों में वो गहरी सुर्ख़ ज़बान
मुनीर नियाज़ी
नज़्म
ये चारा-गाह ये रेवड़ ये मवेशी ये किसान
सब के सब मेरे हैं सब मेरे हैं सब मेरे हैं
साहिर लुधियानवी
नज़्म
उठाना हाथ प्यारे वाह-वा टुक देख लें हम भी
तुम्हारी मोतियों की और ज़री के तार की राखी
नज़ीर अकबराबादी
नज़्म
मेंह की बूँदों की तरह हो गए सस्ते क्यूँ आज
मोतियों से कहीं महँगे थे तुम्हारे आँसू