aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "گلیشئر"
जहाँ में रंजिशों के सब ग्लेशियर पिघल गएमगर यहाँ कुदूरतों की बर्फ़ है जमी हुई
मोहब्बत ग्लेशियर है जो थोड़ी सीगर्मी से पिघल जाता है
तिरी हड्डियों में वो बर्फ़ है जो लहू को संग बना गईतिरे क़ल्ब में वो ग्लेशियर कि जो सूरजों को बुझा गया
एक ग्लेशियर है देव-क़ामत सापानियों पे समुंदरों के
ग्लेशियर सदा-ए-अल-अमाँ लगा चुकेसरों के बादशाह अपने सर फ़ज़ा में खो चुके
हिमाला साँस में ढल करग्लेशियर सा पिघलता है
ग्लैमर तुम्हारे कॉलर में फूल बन कर खिलेऐ बेटे, ये शहर उर्यानियों में नुचड़ेगा
मौत के ग्लैमर में डूब डूब जाएँगेक़ब्र के अँधेरे से रात को सजाएँगे
उस चमकीले ग्लेशीयर की तरह जो धूप में दूर से नज़र आ जाएयही वो लम्हा है जो वक़्त के समुंदर में जज़्ब हुआ तो उसे अपनी वुसअ'त का अंदाज़ा हुआ
कोई अब उस की फ़ितरत का लगाए ख़ाक अंदाज़ागियर उस का बदलते हैं तो खुल जाता है दरवाज़ा
हम गियर बदलने से पहले हीडेंजर ज़ोन में क्यूँ दाख़िल हो जाते हैं
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