आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "इंतिक़ाम"
नज़्म के संबंधित परिणाम "इंतिक़ाम"
नज़्म
रंग लाने को है मज़दूरों का जोश-ए-इंतिक़ाम
गिर पड़ेंगे ख़ौफ़ से ऐवान-ए-इशरत के सुतूँ
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
न जा उस के तहम्मुल पर कि है अब ढब गिरफ़्त उस की
डर उस की देर-गीरी से कि है सख़्त इंतिक़ाम उस का
ज़फ़र अली ख़ाँ
नज़्म
इस लिए कि ख़त्म हो जाए तो स्ट्रगल ही ख़त्म हो जाए
ज़िंदगी को जारी तो रखना है इंतिक़ाम
नसरीन अंजुम सेठी
नज़्म
लिया है कितने बहिश्तों से इंतिक़ाम न पूछ
गुलों के दाम ख़रीदे हैं कितने बर्क़-ओ-शरार
मंज़ूर हुसैन शोर
नज़्म
रंडियाँ ना'त-ए-नबी पर नुक्ता-फ़रसाई करें
तू कहाँ ऐ इंतिक़ाम-ए-गर्दिश-ए-अय्याम है
शोरिश काश्मीरी
नज़्म
राह-ए-जुनूँ पे चल के शब-ओ-रोज़ क्या मिला
फिर डर भी है कि मुझ से ख़िरद लेगी इंतिक़ाम