आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ख़ुश-रंग"
नज़्म के संबंधित परिणाम "ख़ुश-रंग"
नज़्म
ये चमन-ज़ार ये ख़ुश-रंग बहारों का जहाँ
ज़िंदगी कितनी दिल-आवेज़-ओ-दिल-आरा है यहाँ
साहिर होशियारपुरी
नज़्म
वफ़ा और इश्क़ के रिश्ते बड़े ख़ुश-रंग होते हैं
अदाएँ दिल-कुशा इन की रसीले ढंग होते हैं
आज़िम कोहली
नज़्म
खिलें ख़ुश-रंग-ओ-खुशबू-दार ग़ुंचे तेरे आँगन में
ख़ुदा तुझ को बनाए नानी और दादी मुबारक हो