आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ख़ोशा-ए-गंदुम"
नज़्म के संबंधित परिणाम "ख़ोशा-ए-गंदुम"
नज़्म
ख़ोशा-ए-पर्वीं कि है शादाब-ए-ख़ून-ए-आफ़्ताब
पानियों में लहलहाता है अजब अंदाज़ से
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "ख़ोशा-ए-गंदुम"
ख़ोशा-ए-पर्वीं कि है शादाब-ए-ख़ून-ए-आफ़्ताब
पानियों में लहलहाता है अजब अंदाज़ से