aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "तकल्लुफ़-बरतरफ़"
दावतों के जाल फैलाए हुए हैं हर तरफ़कह दिया खाने से पहले ही तकल्लुफ़-बर-तरफ़
कि इस टी-वी से तो महरूमी-ए-टी-वी ही बेहतर हैतकल्लुफ़ बरतरफ़ इस से मिरी बीवी ही बेहतर है
ऐ फ़क़ीर-ए-नीम-उर्यां ऐ वतन के पासबाँमंज़िल-आसूदा हुआ तेरे करम से कारवाँ
क़दम क़दम पे अक़ीदत से सर है ख़म मेराचला है सू-ए-रह-ए-मो'तबर क़लम मेरा
ख़ून अपना हो या पराया होनस्ल-ए-आदम का ख़ून है आख़िर
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