आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "तस्वीर-ए-यार"
नज़्म के संबंधित परिणाम "तस्वीर-ए-यार"
नज़्म
ये तारों की चमक में है न फूलों ही की ख़ुश्बू में
तिरी तस्वीर में जो दिलकशी महसूस होती है
कँवल एम ए
नज़्म
फीका है जिस के सामने अक्स-ए-जमाल-ए-यार
अज़्म-ए-जवाँ को मैं ने वो ग़ाज़ा अता किया
आल-ए-अहमद सुरूर
नज़्म
वही तस्वीर-ए-दर्द-ओ-यास है फिर ज़िंदगी मेरी
वही आह-ओ-फ़ुग़ाँ की मेहमानी होती जाती है
सकीना महमूद
नज़्म
ये कस दयार-ए-अदम में मुक़ीम हैं हम तुम
जहाँ पे मुज़्दा-ए-दीदार-ए-हुस्न-ए-यार तो क्या
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
ख़ुश हूँ फ़िराक़-ए-क़ामत-ओ-रुख़्सार-ए-यार से
सर्व-ओ-गुल-ओ-समन से नज़र को सताएँ हम
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
पानी से हुवैदा होती है दुनिया में ख़ुदा की रहमत भी
पानी में दिखाई देती है तस्वीर-ए-अज़ाब-ओ-ला'नत भी