aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "निभाओगे"
मआल-ए-ख़ुद-फ़रामोशी से तुम कैसे निभाओगेग़ुबार अंदर ग़ुबार अंगड़ाइयाँ लेते हुए
अहद निभाने की ख़ातिर मत आनाअहद निभाने वाले अक्सर
हाँ उम्र का साथ निभाने के थे अहद बहुत पैमान बहुतवो जिन पे भरोसा करने में कुछ सूद नहीं नुक़सान बहुत
अपने बे-अंत ख़यालों मेंहर अहद निभाने की क़स्में
दिल से मिल आते हैं बस रस्म निभाने के लिएदिल की क्या पूछते हो
मोहब्बत का अगर दावा है तो इस को बचाओ तुमजो वादा कल किया था आज वो वादा निभाओ तुम
मा'सूम निगाहों को निभाते हैं ये अक्सरपोशीदा मोहब्बत के इशारे हैं ये आँसू
किया था अहद कि ख़ुशियाँ जहाँ में बाँटेंगेइसी तलब के निभाने को ईद आई है
कब आओगे यहाँ कपड़े उतरोगे नहाओगेये माज़ी जो मिरी तन्हाइयों के साथ रहता है
तुम्हारा भी यही इसरार मुझ से प्यार करती होसो हम आसानियों से झूट की आदत निभाने में
इक त'अल्लुक़ में पहले तो ज़र्रा बनेऔर निभाते हुए
इसी उजड़े हुए वीरान खंडर में हम नेउम्र भर साथ निभाने की क़सम खाई थी
ज़िम्मेदारी जो मिली उस को निभाओ बेटेक्यूँ-कि ता'लीम तुम्हारे लिए है कुछ और है अब
सख़्तियाँ भुलाने मेंदोस्ती निभाने में
अंदाज़ मैं अपना गईरिश्तों को नातों को निभाते
अब क्या करोगे तुमनहलाओगे मुझे
जिन्हें मिल कर निभाने केकिए अहद-ओ-पैमाँ हम ने
निभाओ हँसोमुस्कुराओ जलो
जो हो गया सो हो गया आओ करें ये अहदअपने तमाम वा'दे निभाएँगे अगले साल
ज़िंदगी निभाने केबस यूँही बहाने हैं
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