आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "बानी"
नज़्म के संबंधित परिणाम "बानी"
नज़्म
फ़र्ज़ करो ये जोग बजोग का हम ने ढोंग रचाया हो
फ़र्ज़ करो बस यही हक़ीक़त बाक़ी सब कुछ माया हो
इब्न-ए-इंशा
नज़्म
ख़ुशनुमा शहरों का बानी राज़-ए-फ़ितरत का सुराग़
ख़ानदान-ए-तेग़-ए-जौहर-दार का चश्म-ओ-चराग़
जोश मलीहाबादी
नज़्म
सुलैमाँ सर-ब-ज़ानू तुर्श-रू ग़म-गीं, परेशाँ-मू
जहाँ-गिरी, जहाँ-बानी फ़क़त तर्रार-ए-आहू
नून मीम राशिद
नज़्म
ज़माना फेंक देगा ख़ुद उन्हें क़अ'र-ए-हलाकत में
वो अपने हाथ से होंगे ख़ुद अपनी क़ब्र के बानी
अहमक़ फफूँदवी
नज़्म
एक बुढ़िया शब गए दहलीज़ पर बैठी हुई
तक रही है अपने इकलौते जवाँ बच्चे की राह