आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "रंजिश"
नज़्म के संबंधित परिणाम "रंजिश"
नज़्म
रंजिश जो हमारे बीच रही तो आग फ़लक ने बरसाई
अब सोच न कुछ मौसम को समझ ऐ यार ये पहली बारिश है
सुहैल काकोरवी
नज़्म
आपस की फूट से हो क्यूँ दिल-फ़िगार दोनों
हाँ छोड़ दो ये रंजिश बन जाओ यार दोनों
चंद्रभान कैफ़ी देहल्वी
नज़्म
ग़रीबी को मिटा देंगे ग़रीबी को मिटा देंगे
किसी के ऐश से बे-वासता रंजिश नहीं हम को
मसूद अख़्तर जमाल
नज़्म
बे-हिसी इफ़्लास और बुग़्ज़-ओ-अदावत तुझ में है
रंजिश-ए-बेजा-ओ-कीना और नफ़रत तुझ में है