आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "रिक़्क़त"
नज़्म के संबंधित परिणाम "रिक़्क़त"
नज़्म
अश्क मोती सदफ़-ए-वक़्त में बन जाएँगे
हो के मायूस गुलू-गीरी-ए-रिक़्क़त को न देख
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "रिक़्क़त"
अश्क मोती सदफ़-ए-वक़्त में बन जाएँगे
हो के मायूस गुलू-गीरी-ए-रिक़्क़त को न देख