आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "शीराज़ा-बंदी"
नज़्म के संबंधित परिणाम "शीराज़ा-बंदी"
नज़्म
किताब-ए-मिल्लत-ए-बैज़ा की फिर शीराज़ा-बंदी है
ये शाख़-ए-हाशमी करने को है फिर बर्ग-ओ-बर पैदा
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
आईन-ए-चमन-बंदी भी नहीं दस्तूर-ए-नवा-संजी भी नहीं
अब इस से ज़ियादा गुलशन का शीराज़ा परेशाँ क्या होगा
माहिर-उल क़ादरी
नज़्म
किसी के दस्त-ए-इनायत ने कुंज-ए-ज़िंदाँ में
किया है आज अजब दिल-नवाज़ बंद-ओ-बस्त
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
ऐ ज़बाँ तू नुत्क़ में आ कर बनी जादू-बयाँ
तू ने खोले राज़ वो अब तक जो थे दिल में निहाँ
साक़िब कानपुरी
नज़्म
मुन्ने की फुलवारी है ये मुन्ने की फुलवारी है
रंग-बिरंगे फूल हैं इस के पत्ती पत्ती न्यारी है
बेकल उत्साही
नज़्म
अलग दुनिया की कारों से मुग़ल की कार है प्यारे
सुना है पिछले दस सालों से ये बीमार है प्यारे