आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "शोला-ए-आतिश"
नज़्म के संबंधित परिणाम "शोला-ए-आतिश"
नज़्म
ये बज़्म-ए-शो'ला-कारी ये हरीम-ए-आतिश-अफ़्शानी
ये क़शक़े ये ‘अबाएँ ये गिरानी ये गिराँ-जानी
अफ़सर सीमाबी अहमद नगरी
नज़्म
ख़ून-ए-दिल में है निहाँ शोला-ए-सद-रंग-ए-बहार
इस गुलिस्ताँ में हैं इस राज़ के महरम कितने
जाँ निसार अख़्तर
नज़्म
बर्फ़ बरसाई मिरे ज़ेहन ओ तसव्वुर ने मगर
दिल में इक शोला-ए-बे-नाम सा लहरा ही गया