आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "सब्ज़-पोश"
नज़्म के संबंधित परिणाम "सब्ज़-पोश"
नज़्म
परवाज़ का किसी तरह कोई इम्कान ही नहीं है
हमारे सारे अज़ीम उस्ताद और सब पेश-रौ भी आख़िर कहीं पहुँच कर
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "सब्ज़-पोश"
परवाज़ का किसी तरह कोई इम्कान ही नहीं है
हमारे सारे अज़ीम उस्ताद और सब पेश-रौ भी आख़िर कहीं पहुँच कर