आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "सिखाता"
नज़्म के संबंधित परिणाम "सिखाता"
नज़्म
मिरे हिन्दू मुसलमाँ सब मुझे सर पर बिठाते थे
उन्ही के फ़ैज़ से मअनी मुझे मअनी सिखाते थे
जौन एलिया
नज़्म
जिस घड़ी नादान बच्चों को सिखाता है वो इल्म
चूम लेते हैं फ़रिश्ते आ के लब उस्ताद का
फ़ैज़ लुधियानवी
नज़्म
मीराजी
नज़्म
मुसलमानों के दिल में भी अदब है इन हक़ाएक़ का
सिखाता है यही सच्चाइयाँ इस्लाम हिन्दू को
ज़फ़र अली ख़ाँ
नज़्म
मुझे ज़िंदा रहने के ऐसे क़रीने सिखाता है
जिन के सराबों में अपनी हिफ़ाज़त की ज़ंजीर पहने
सआदत सईद
नज़्म
है राह-पैमा को सिखाता है ख़िराम-ए-नाज़ का
अंदाज़ लुत्फ़-ए-लज़्ज़त-ए-पुरकार रक़्स-ए-मुंज़बित की आहनी
बलराज कोमल
नज़्म
'इश्क़ इंसाँ को सिखाता है क़वानीन-ए-हयात
'अक़्ल बेचारगी-ए-शौक़ की इक ज़िंदा दलील
अफ़सर सीमाबी अहमद नगरी
नज़्म
बहर-आलम सलीक़े अज़्म-ओ-हिम्मत का सिखाता है
बहर-सूरत जमाल-ए-अज़्मत-ए-हस्ती दिखाता है