आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "हम-साया"
नज़्म के संबंधित परिणाम "हम-साया"
नज़्म
जिसे समझते हो ना-मुम्किन वो उस इंसाँ जैसा था
इंसाँ भी इतना मामूली जैसे अपना हम-साया
फ़हमीदा रियाज़
नज़्म
नद्दियाँ बर्फ़ों की चाँदी में छुपी हैं
मुंसिफ़ों जैसे मुअज़्ज़िज़ ये पहाड़ और उन के हम-साया शजर
असग़र नदीम सय्यद
नज़्म
कोई दौलत-मंद इंसाँ हो कि हो कोई ग़रीब
कोई रिश्ते-दार हम-साया हो या कोई रक़ीब
मुर्तजा साहिल तस्लीमी
नज़्म
करना ख़ुदा का ऐसा हुआ इक रोज़ कोई हम-साया
राजा के दरबार में इक छोटी सी चूहिया लाया
क़तील शिफ़ाई
नज़्म
ये पहले डर था हम को झाँक कर देखे न हम-साया
ब-जुज़ ख़ौफ़-ए-ख़ुदा दिन में ब-ज़ाहिर कुछ न था खाया