आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "हस्ब-ए-ज़रूरत"
नज़्म के संबंधित परिणाम "हस्ब-ए-ज़रूरत"
नज़्म
मुतमइन हो न सकीं मेरी सुलगती नज़रें
हस्ब-ए-दिल-ख़्वाह मुझे ज़ौक़-ए-जुनूँ मिल न सका
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "हस्ब-ए-ज़रूरत"
मुतमइन हो न सकीं मेरी सुलगती नज़रें
हस्ब-ए-दिल-ख़्वाह मुझे ज़ौक़-ए-जुनूँ मिल न सका