आपकी खोज से संबंधित
परिणाम ".okxa"
नज़्म के संबंधित परिणाम ".okxa"
नज़्म
मुझ को सई-ए-मुसलसल पे उकसा रही है
सुरंगों की वहशत नज़र के शरारों को भड़का रही है
अज़ीज़ तमन्नाई
नज़्म
साहिर लुधियानवी
नज़्म
दुनिया की महफ़िलों से उक्ता गया हूँ या रब
क्या लुत्फ़ अंजुमन का जब दिल ही बुझ गया हो