आपकी खोज से संबंधित
परिणाम ".pmo"
नज़्म के संबंधित परिणाम ".pmo"
नज़्म
मैं ओस-क़तरों के आईनों में तुम्हें मिलूँगा
अगर सितारों में ओस-क़तरों में ख़ुशबुओं में न पाओ मुझ को
अमजद इस्लाम अमजद
नज़्म
और तुम उस का हाथ हाथों में न ले पाओ
न आँखों ही में झाँको और न दिल की सल्तनत को फ़त्ह कर पाओ
सलीम कौसर
नज़्म
मेरी कहानी में लेकिन इक भेद है, उस को पाओ
चाँद को दूर ही दूर से देखो चाँद के पास न जाओ
मुस्तफ़ा ज़ैदी
नज़्म
उफ़ुक़ गर्द-ओ-ग़ुबार-ए-राह बन कर डूब जाते हैं
वो देखो पो फटी अँधियारे जादों के शिगाफ़ों से