आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "baazii"
नज़्म के संबंधित परिणाम "baazii"
नज़्म
मुझे जाना है इक दिन तेरी बज़्म-ए-नाज़ से आख़िर
अभी फिर दर्द टपकेगा मिरी आवाज़ से आख़िर
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "baazii"
मुझे जाना है इक दिन तेरी बज़्म-ए-नाज़ से आख़िर
अभी फिर दर्द टपकेगा मिरी आवाज़ से आख़िर
Jashn-e-Rekhta 10th Edition | 5-6-7 December Get Tickets Here