aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "be-mol"
चाँदी सोना बे-मोल बिकेकोई न सच्ची साख हुआ
वे अंधेरे बेचते रहेहम ने रौशनी दी बे-मोल
बाक़ी सब बे-मोल हुएपल ये बस अनमोल हुए
बहुत बे-मोल हो कर जबज़मीं पर आन गिरते हैं
ख़याल आता हैकितनी बे-निशाँ बे-मोल बे-वक़'अत सी उन की ज़िंदगी है
ख़ुदाया ख़ुदायासफ़-ब-सफ़ नस्ल-दर-नस्ल बे-मोल की ये कनीज़ें
पीने का सलीक़ा हो तो बे-मोल भी पी लेंवीराना भी हो कैफ़-गह सहरा भी सराए
दरीचे में खड़ी बारिश कोसड़कों पर बरसते देखती हूँ
ये तन जो है हर इक के उतारे का झोंपड़ाइस से है अब भी सब के सहारे का झोंपड़ा
बात है काफ़ी पुरानी एक छोटे गाँव मेंएक साहब लोटते रहते थे ठंडी छाँव में
1वो सुब्ह कभी तो आएगी
मुद्दतों मैं इक अंधे कुएँ में असीरसर पटकता रहा गिड़गिड़ाता रहा
हम अपने ख़्वाब-ए-ख़ुश-फ़हमी से उट्ठेबहुत शादाँ-ओ-फ़रहाँ
कौन आवारा हवाओं का सुबुक-बार हुजूमआह एहसास की ज़ंजीर गराँ टूट गई
आओ कि आज ग़ौर करें इस सवाल परदेखे थे हम ने जो वो हसीं ख़्वाब क्या हुए
बच्चो तुम्हारी ईदी कैसे बढ़ाई जाएबे-मेल सूट हो तो बन जाए मुँह ज़मन का
छैल छबीलाठुमक ठुमक कर बीच सड़क में
उन राहों को हर मोड़ पे, बे-मोड़ पेइस तरह घुमाया
दुनिया में पादशह है सो है वो भी आदमीऔर मुफ़्लिस-ओ-गदा है सो है वो भी आदमी
ख़ामोशी मेरा लश्कर हैलफ़्ज़ों की दलदल
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books