aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "dupatta"
ईसा भी हो तो कोई नहीं पूछता मियाँहिकमत हकीम की भी ढुबाती है मुफ़्लिसी
तुम आज भी न लाए रंगवा मिरा दुपट्टाक्या क्या मची हैं यारो बरसात की बहारें
तुम्हें सरसराती हवा याद आएवही सरसराती हवा जिस के मीठे फ़ुसूँ से दुपट्टा फिसल जाता है
वाँ कोई आया लिए एक मुरस्सा पिंजङ़ालाल दस्तार-ओ-दुपट्टा भी हरा जूँ-तोता
मेरे शानों से हटा करसात रंगों का दुपट्टा खोल कर मुझ को उड़ाता है
मैं बैठी हुई हूँदुपट्टा मेरे सर से ढलका हुआ है
बाजी का हर दुपट्टा अपना बने अमामाजोकर बनें पहन कर भय्या का पाएजामा
बैठी हैं अपने सामने गेसू सँवार केलॉकर में रख दिया है दुपट्टा उतार के
दुपट्टा सर पे लूँअपनी निगाहें नीची रक्खूँ
हल्का फुल्का जिस्म-ए-नाज़ुक पर दुपट्टा सुर्ख़ सुर्ख़वस्ल-ए-रूहानी की शादी से वो चेहरा सुर्ख़ सुर्ख़
सौ गज़ का है ग़रारादस गज़ का है दुपट्टा
बस में इक टीचर का टख़ना मुड़ गयाएक लड़की का दुपट्टा उड़ गया
कपड़े धोने वाली नेसिल्क का वो दुपट्टा
कि अब भी भूल जाती होदुपट्टा साथ लेना तुम
रंग तिरा है कितना प्याराजैसे हो अम्माँ का दुपट्टा
किसी ने मेरे सर पे दुपट्टा डाला हैसफ़ेद बुर्राक़ बे-दाग़
नक़ली कूल्हों को मस करता लटक रहा हैजाली ढलवानों से वो रंगीन दुपट्टा
कौन डूपट्टा किस ने छीनाझुमका काजल गजरा-वज्रा
मैं दुपट्टा नहीं ओढ़तीइस के पीछे
कभी चाक सँभालती है तो दुपट्टा गिर जाता हैसीढ़ियाँ उतरने में ख़ूब एहतियात करती है मगर छातियाँ तो छलकती हैं
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