aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "ham-zaad"
शैख़-ज़मन-शादानीआओ
देख ऐ मिरे हम-ज़ाददेख अपने भीतर में
दोस्तों की रिफाक़तें भी दुरुस्तभूल जाने का ग़म सिवा लेकिन
कुछ किया जाए न सोचा जाएमुड़ के देखूँ तो न देखा जाए
और उस के अक़ब सेउस ज़र्द शक्ल की हम-शबीह
हम-ज़ाद मिरे नाशाद मिरेऐ दिल मेरे बर्बाद मिरे
मिरे अन्दर ख़मोशी चीख़ उठी हैमिरा हम-ज़ाद ज़िंदा हो गया है
मेरे पहलू से सरकता हुआ दिन ढल जाएतेरी ज़ुल्फ़ों में महकती हुई रात
बर्क़-पा लम्हों की इक ज़ंजीर में जकड़ा हुआवो शिकस्ता-पा उन्ही रस्तों से गुज़रा
वो इक शख़्स जिस की शबाहत से मुझ कोबहुत ख़्वार ओ शर्मिंदा होना पड़ा था
उदास है तो बहुत ख़ुदायाकोई न तुझ को सुनाने आया
जो चलता है तो क़दमों की कोई आहट नहीं होतीतलाश-ए-फ़र्क़-ए-नेक-ओ-बद की ख़्वाहिश को लिए दिल में
ये मिरे रू-ब-रू कौन है?जिस्म ओ जाँ चीथड़े करने वाली मिरी जाँ
छोड़ आया हूँ मैं अपना छोटा सा घरतआक़ुब करता है वो अब मेरा उम्र भर
हर कहानी याद हैसुन मिरे हम-ज़ाद सुन!
धुँद अच्छी हैमिरे ज़ेहन की हम-ज़ाद है धुँद
मैं ने तफ़रीक़ के ज़िक्र सेअपने हम-ज़ाद को
अजब सरगोशियाँ करने को पागलसुनो हम-ज़ाद मेरी
आसेब कोई हम-ज़ाद कोईकभी दिल का बोझ उतारा भी
कि कोहरा उदासी का हम-ज़ाद हैयक-ब-यक
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