आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ilmii"
नज़्म के संबंधित परिणाम "ilmii"
नज़्म
वो जिन्हें मुझ से मोहब्बत भी है हमदर्दी भी है
मेरे इल्मी शौक़ को कहते हैं बे-कार-ओ-फ़ुज़ूल
अख़तर बस्तवी
नज़्म
इल्मी शग़फ़ से उस के नहीं कौन बा-ख़बर
हर क़ल्ब पर फ़साने हुए नक़्श कलहजर
रंगेशवर दयाल सक्सेना सूफ़ी
नज़्म
कभी मैं भी जवाँ था मैं भी हुस्न-ओ-इल्म रखता था
वही मैं हूँ मुझे अब देख अगर चश्म-ए-तमाशा हो