आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "khalat-malat"
नज़्म के संबंधित परिणाम "khalat-malat"
नज़्म
हम खाते थे दूध मलाई सोच रहे हैं दादा जी
क्यों बच्चों ने मैगी खाई रूठ गए हैं दादा जी
मुज़फ़्फ़र हनफ़ी
नज़्म
ऐ ख़ुदा शम-ए-मोहब्बत को फ़रोज़ाँ कर दे
दाग़-ए-दिल को मिरे सद-रश्क-ए-गुलिस्ताँ कर दे
ज़फ़र अहमद सिद्दीक़ी
नज़्म
चूहों ने एक रोज़ बुलाया बिल्ली को मेहमान
और दिखाई लकड़ी की इक बिल्डिंग आली-शान
मुर्तजा साहिल तस्लीमी
नज़्म
रेशा-ए-अश्क पे टाँके हुए हम बर्ग-ए-मलाल
क़र्या-ए-वहशत ओ उफ़्ताद में हैं ख़ेमा-ब-दोश
इलियास बाबर आवान
नज़्म
जोश मलीहाबादी
नज़्म
ये गाते ज़लज़ले ये नाचते तूफ़ान के धारे
हवा की निय्यतों से बे-ख़बर मल्लाह बेचारे