आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ladii"
नज़्म के संबंधित परिणाम "ladii"
नज़्म
फिर वो टूटा इक सितारा फिर वो छूटी फुल-जड़ी
जाने किस की गोद में आई ये मोती की लड़ी
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
सब ठाठ पड़ा रह जावेगा जब लाद चलेगा बंजारा
गर तो है लक्खी बंजारा और खेप भी तेरी भारी है
नज़ीर अकबराबादी
नज़्म
है रग-ए-गुल सुब्ह के अश्कों से मोती की लड़ी
कोई सूरज की किरन शबनम में है उलझी हुई
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
याँ तक तो उन पे लाती है नाचारी शब-बरात
वारिस हैं जिन के जीते वो मुर्दे भी आन कर
नज़ीर अकबराबादी
नज़्म
बहुत दिनों तक इस दुनिया में रीत रही है जंगों की
लड़ी हैं धन वालों की ख़ातिर फ़ौजें भूके नंगों की