आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "mashko.n"
नज़्म के संबंधित परिणाम "mashko.n"
नज़्म
अली अकबर नातिक़
नज़्म
अली अकबर नातिक़
नज़्म
दोश पर गर्दन-ए-ख़म सलामत रहे
कर्बलाओं में उतरे हुए कारवानों की मश्कों का पानी अमानत रहे
अख़्तर हुसैन जाफ़री
नज़्म
फिर खड़े हो गए अपनी दुम के सहारे
कतरने लगे ऐसे प्यासी ज़बानों के नौहे जो मश्कों के
अली अकबर नातिक़
नज़्म
थे हर काख़-ओ-कू और हर शहर-ओ-क़रिया की नाज़िश
थे जिन से अमीर ओ गदा के मसाकिन दरख़्शाँ
नून मीम राशिद
नज़्म
हवाएँ मस्त-कुन ख़ुशबुओं से मामूर कर दी हैं
वो हाकिम क़ादिर-ए-मुतलक़ है यकता और दाना है
अख़्तरुल ईमान
नज़्म
दौलत के फ़रेबी बंदों का ये किब्र और नख़वत मिट जाए
बर्बाद वतन के महलों से ग़ैरों की हुकूमत मिट जाए
आमिर उस्मानी
नज़्म
कैसे बहकी हुई नज़रों के तअय्युश के लिए
सुर्ख़ महलों में जवाँ जिस्मों के अम्बार लगे